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हनुमान जी के 12 नाम | Hanuman ji ke 12 naam | 12 names of hanuman ji

Published By: bhaktihome
Published on: Wednesday, August 28, 2024
Last Updated: Thursday, August 29, 2024
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Hanuman ji ke 12 naam
Table of contents

हनुमान जी के 12 नाम, Hanuman ji ke 12 naam,12 names of hanuman ji: मान्यता है कि हनुमान जी के 12 नाम लेने से हनुमान जी दसों दिशाओं और आकाश-पाताल से रक्षा करते हैं।  इस लेख में हम बता रहे हैं कि हनुमान जी के 12 नाम क्या हैं। हनुमान जी के 12 नाम का जाप करने से क्या लाभ होता है। 

कहते हैं हनुमान जी के 12 नामों का जाप करने से ना सिर्फ भक्त की उम्र बढ़ती है बल्कि उन्हें संसार के सारे सुख प्राप्त होते हैं । आईये जानते हैं हनुमान जी के 12 नाम और इनकी महिमा। 

 

हनुमान जी के 12 नाम | Hanuman ji ke 12 naam | 12 names of hanuman ji

1 - हनुमान (Hanuman)

मंत्र: ॐ श्री हनुमते नमः।
Mantra: Om Shri Hanumate Namah।

Meaning: Who has a cleft in the chin.

2 - अंजनी सुत (Anjani Suta)

मंत्र: ॐ अञ्जनी सुताय नमः।
Mantra: Om Anjani Sutaya Namah।
Meaning: Who is the son of Devi Anjani

3 - वायु पुत्र (Vayu Putra)

मंत्र: ॐ वायुपुत्राय नमः।
Mantra: Om Vayuputraya Namah।
Meaning: Who is the son of Vayu Deva.

4 - महाबल (Mahabala)

मंत्र: ॐ महाबलाय नमः।
Mantra: Om Mahabalaya Namah।
Meaning: Who possess great strength.

5 - रामेष्ट (Rameshta)

मंत्र:  ॐ रामेष्ठाय नमः।
Mantra:  Om Rameshthaya Namah।
Meaning: Who is devoted to Shri Rama.

6 - फाल्गुण सखा (Phalguna Sakha)

मंत्र: ॐ फाल्गुण सखाय नमः।
Mantra: Om Phalguna Sakhaya Namah।
Meaning: Who is the friend of Arjuna.

7 - पिंगाक्ष (Pingaksha)

मंत्र: ॐ पिंगाक्षाय नमः।
Mantra: Om Pingakshaya Namah।
Meaning: Whose eyes are yello or reddish-brown.

8 - अमित विक्रम (Amit Vikram)

मंत्र: ॐ अमितविक्रमाय नमः।
Mantra: Om Amitavikramaya Namah।
Meaning: Whose valour is immeasurable or boundless.

9 - उदधिक्रमण (Udadhikraman)

मंत्र: ॐ उदधिक्रमणाय नमः।
Mantra: Om Udadhikramanaya Namah।
Meaning: Who has crossed the ocean.

10 - सीता शोक विनाशन (Sita Shok Vinashan)

मंत्र: ॐ सीताशोकविनाशनाय नमः।
Mantra: Om Sitashokavinashanaya Namah।
Meaning: Who removed the sorrow of Devi Sita

11 - लक्ष्मण प्राण दाता (Lakshmana Prana Data)

मंत्र: ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः।
Mantra: Om Lakshmanapranadatre Namah।
Meaning: Who is the giver of life to Shri Lakshmana.

12 - दशग्रीव दर्पहा (Dashagriva Darpaha)

मंत्र: ॐ दशग्रीवस्य दर्पाय नमः।
Mantra: Om Dashagrivasya Darpaya Namah।
Meaning: Who destroyed the pride of ten-headed Ravana.

यह भी पढ़ें - श्री हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम् अर्थ सहित | Shri Hanuman Dwadash naam stotram

 

हनुमान जी के 12 नाम मंत्र | Hanuman ji ke 12 naam mantra

  1. ॐ श्री हनुमते नमः।
  2. ॐ अञ्जनी सुताय नमः।
  3. ॐ वायुपुत्राय नमः।
  4. ॐ महाबलाय नमः।
  5. ॐ रामेष्ठाय नमः।
  6. ॐ फाल्गुण सखाय नमः।
  7. ॐ पिंगाक्षाय नमः।
  8. ॐ अमितविक्रमाय नमः।
  9. ॐ उदधिक्रमणाय नमः।
  10. ॐ सीताशोकविनाशनाय नमः।
  11. ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः।
  12. ॐ दशग्रीवस्य दर्पाय नमः।

 

हनुमान जी द्वादश नाम स्तोत्रम | Hanuman ji dwadash naam stotram

हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल: ।

रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: ॥

 

उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:।

लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा ॥

 

Hanuman ji ke 12 naam benefits | हनुमान जी के 12 नाम के फायदे | हनुमान जी के 12 नाम कब लेना चाहिए?

अब आप सोच रहे होंगे कि हनुमान जी के 12 नाम लेने से क्या होता है (Hanuman ji ke 12 naam lene se kya hota hai?)।

आईये जानते हैं चमत्कारिक लाभ जो आपको आश्चर्य में डाल देगा । अगर आप पूरी श्रद्धा और मन से हनुमान जी के 12 नाम (Hanuman ji ke 12 naam) लेते हैं तो आपको आकस्मिक लाभ मिलेगा | इन नामो को अलग अलग समय पर लेने के भी अलग अलग फायदे हैं। 

हनुमान जी द्वादश नाम स्तोत्रम आगे इस प्रकार है जिसमे हनुमान जी द्वादश नाम मंत्र के लाभ बताये गए हैं ।

एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन: ।

स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत् ॥

तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।

राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन ॥

 

हनुमान जी के 12 नाम कितनी बार लेना चाहिए?

  • प्रातःकाल (Morning)

    जो व्यक्ति प्रातःकाल उठकर जिस भी अवस्था में हो, 11 बार बारह नामों का उच्चारण करता है, वह दीर्घायु होता है।

  • दोपहर (Afternoon)

    जो व्यक्ति दोपहर में नाम लेता है, वह धनवान होता है। दोपहर और सायंकाल में नाम लेने वाला व्यक्ति पारिवारिक सुख से संतुष्ट रहता है।

  • रात्रि (Night)

    जो व्यक्ति रात्रि में सोते समय नाम लेता है, वह शत्रु पर विजय प्राप्त करता है।

  • मंगलवार के दिन (On Tuesday)

    मंगलवार के दिन भोजपत्र पर लाल स्याही से बारह नाम लिखकर मंगलवार को ही ताबीज धारण करने से कभी सिर दर्द नहीं होता। गले या भुजा में तांबे का ताबीज धारण करना अधिक अच्छा रहता है। भोजपत्र पर लिखने के लिए कलम नई होनी चाहिए।

  • एक ही समय पर नाम लेने ( Taking at the same time)

    प्रतिदिन एक ही समय पर नाम लेने से इष्ट की प्राप्ति होती है।

  • उपर्युक्त समय के अतिरिक्त (in addition to the above mentioned time)

    जो व्यक्ति उपर्युक्त समय के अतिरिक्त निरंतर इन बारह नामों का उच्चारण करता है, उसकी श्री हनुमानजी महाराज दसों दिशाओं और आकाश-पाताल से रक्षा करते हैं।

 

 

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